Nagpur violence: नागपुर के महल इलाके में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हिंसा भड़क उठी। विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया, जिसके बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल कर स्थिति पर काबू पाया।
नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर शहर के महल इलाके में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हिंसा भड़क उठी। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पुलिस हालात पर नजर बनाए हुए है और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
क्या है पूरा मामला?
रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इसके कुछ घंटों बाद ही दो गुटों के बीच झड़प शुरू हो गई। देखते ही देखते हालात बिगड़ गए और पथराव तथा आगजनी की घटनाएं सामने आईं।
पुलिस के अनुसार, कुछ उपद्रवियों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों में आग लगा दी, जिससे कुछ फायरमैन घायल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल कर स्थिति को काबू में किया।
फडणवीस और गडकरी की शांति की अपील
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “नागपुर एक शांतिप्रिय शहर है, जहां सभी समुदाय मिल-जुलकर रहते हैं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।”
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “सरकार उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने हिंसा भड़काई है।”
पुलिस ने क्या कहा?
डीसीपी अर्चित चांडक ने बताया, “पथराव की घटनाओं के बाद हमने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है।”
राजनीतिक बयानबाजी तेज
इस मुद्दे पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि यह सोची-समझी साजिश के तहत दो समुदायों के बीच तनाव भड़काने की कोशिश है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा, “कुछ मंत्रियों के भड़काऊ बयानों की वजह से यह घटना हुई है। मुख्यमंत्री को उन्हें तुरंत मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए।”
औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद कैसे शुरू हुआ?
पिछले महीने समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी ने एक बयान में कहा था कि औरंगजेब एक अच्छा प्रशासक था, लेकिन इतिहास में उसे गलत तरीके से पेश किया गया। इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया।
इसके अलावा, हाल ही में रिलीज हुई विक्की कौशल अभिनीत फिल्म ‘छावा’ में संभाजी महाराज पर हुए अत्याचारों को दिखाया गया, जिससे औरंगजेब को लेकर भावनाएं भड़क उठीं।
वर्तमान स्थिति
फिलहाल, नागपुर पुलिस ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। चार लोग घायल हुए हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है। मुख्यमंत्री और पुलिस प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है। लोगों को अफवाहों से बचने और कानून का पालन करने की सलाह दी गई है।